Monday, April 3, 2017

श्रीमद् भागवतम् स्कंद ११ I अध्याय २७ - देवपूजा विषयक श्री कृष्ण के आदेश

Srimad Bhagavatam Canto 11 I Chapter 27 - Lord Kṛṣṇa’s Instructions on the Process of Deity Worship एकादश स्कंद में राजा जनक और नौ योगियों के संवाद द्वारा भगवान के भक्तों के लक्षण गिनाए गए हैं। ब्रह्मवेत्ता दत्तात्रेय महाराज यदु को उपदेश देते हुए कहते हैं कि पृथ्वी से धैर्य, वायु से संतोष और निर्लिप्तता, आकाश से अपरिछिन्नता, जल से शुद्धता, अग्नि से निर्लिप्तता एवं माया, चन्द्रमा से क्षण-भंगुरता, सूर्य से ज्ञान ग्राहकता तथा त्याग की शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए। आगे उद्धव को शिक्षा देते हुए अठ्ठारह प्रकार की सिद्धियों का वर्णन किया गया है। इसके बाद ईश्वर की विभूतियों का उल्लेख करते हुए वर्णाश्रम धर्म, ज्ञान योग, कर्मयोग और भक्तियोग का वर्णन है। इस विडियो में यह अध्याय श्रीमान रामचंद्र प्रसाद प्रभु द्वारा सुनाया गया है। श्रीमद् भागवतम् के द्वादश स्कंद के अन्य अध्यायों के विडियो देखने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक कर यह विडियो देखें: https://www.youtube.com/playlist?list=PLhtmKWc6vRTAA-XFG2sTj1s-KDs8z5Ckz&disable_polymer=true Stay Connected Website: http://ift.tt/1oJekp9 Twitter: https://twitter.com/idtsevaks Facebook: http://ift.tt/2iTcKJw Instagram:http://ift.tt/2jN11dS Pinterest : http://ift.tt/2iTgsCQ Soundcloud : http://ift.tt/2jNc3A3 If you liked this video, please subscribe to our YouTube channel: https://goo.gl/CxIYWY

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