भक्ति की ऐसी लगी लगन, किया समर्पित तन-मन-धन आइये सुनें अक्रूर दास जी की कहनी, उन्हीं की जुबानी
****** About Akrura Das***** 🔹Born in a small town in Uttar Pradesh, Akrura Das got in touch with devotees of ISKCON at a young age and took the process very seriously. He started taking part in temple services along with his studies. After finishing his school he joined the temple to serve full time. Later on he was asked to take care of temple in Vancouver, Canada. He worked outside to maintain his family as well as the temple. He has been serving ISKCON since then at various managerial capacities. Let's hear his story of struggle and devotion and get inspired. 🔹 उत्तर प्रदेश के एक छोटे से शहर में जन्मे, अक्रूर दास छोटी उम्र में ही इस्कॉन के भक्तों के संपर्क में आ गए थे और उन्होंने इस भक्ति प्रक्रिया को बहुत गंभीरता से लिया। उन्होंने अपनी पढ़ाई के साथ-साथ मंदिर की सेवाओं में भाग लेना शुरू कर दि��ा। अपनी पढ़ाई समाप्त करने के बाद वे पूरी तरह से सेवा करने के लिए मंदिर में आ गए। बाद में उन्हें कनाडा के वैंकूवर में मंदिर की देखभाल करने के लिए कहा गया। उन्होंने अपने परिवार और मंदिर की सेवाओं को बनाए रखने के लिए बाहर काम किया। वे तब से विभिन्न प्रबंधकीय क्षमताओं में इस्कॉन की सेवा कर रहे हैं। आइए उनकी संघर्ष और भक्ति की कहानी सुनें और प्रेरित हों। Watch more videos of "एक मुलाकात - कृष्ण भक्त के साथ" https://www.youtube.com/playlist?list=PLhtmKWc6vRTCz0YsPNXDhXFmDcrW3RJzx